राहुल द्रविड़ बने टीम इंडिया के नए हेड कोच (Rahul Dravid Head Coach of indian cricket team)
दोस्तों, टी-20 विश्वकप के दौरान BCCI ने एक महत्वपूर्ण एलान किया की राहुल द्रविड़ टी-20 विश्वकप के बाद टीम इंडिया के हेड कोच होंगे। BCCI ने ट्विटर पर ट्वीट करके जानकारी दी है।आज शायद ही देश में कोई ऐसा होगा जो राहुल द्रविड़ के नाम से अनजान हो, बच्चा हो या बूढ़ा सभी राहुल द्रविड़ के नाम से परिचित हैं। राहुल द्रविड़ क्रिकेट के इतिहास में एक महत्वपूर्ण नाम है, जिन्होंने क्रिकेट में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से अपने नाम की छाप छोड़ी है । यही वजह है कि BCCI ने उन्हें इंडियन क्रिकेट टीम के नए हैडकोच के पद पर नियुक्त किया है ।
बीसीसीआई के द्वारा राहुल द्रविड़ से काफी समय से बातचीत की जा रही थी, लेकिन राहुल द्रविड़ ने इस पद को स्वीकार करने से इनकार किया था हालांकि कुछ वक्त पहले UAE में एक मीटिंग हुई थी जिसके बाद राहुल ने हेड कोच के लिए अप्लाई किया और अब उन्हें टीम इंडिया का मुख्य कोच नियुक्त कर दिया गया है।
आज के आर्टिकल में हम राहुल द्रविड़ के जीवन परिचय (Rahul dravid Biography in hindi)के बारे विस्तार से पड़ेंगे। और राहुल द्रविड़ के भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने से मुख्य कोच बनने तक के सफर की विस्तारपूर्वक चर्चा करेंगे ।
राहुल द्रविड़ जीवन परिचय(Rahul Dravid Biography in hindi)
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राहुल द्रविड़ क्रिकेट जगत में दीवार (the Wall) के नाम जाने जाते रहे हैं। The Wall के नाम से फेमस राहुल द्रविड़ का जन्म 11 जनवरी 1973 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ। हालांकि इसके कुछ समय बाद ही उनका पूरा परिवार बेंगलौर, कर्नाटक जाकर बस गया, वहीं से राहुल द्रविड़ की पढ़ाई लिखाई शुरू हुई। राहुल द्रविड़ का वास्तविक नाम राहुल शरद द्रविड़ है।
राहुल द्रविड़ के क्रिकेट इतिहास में भारतीय क्रिकेट की दीवार बनने के सफर की शुरुआत 12 साल की छोटी उम्र में होती है, जब उन्होंने क्रिकेट में अपनी रुचि को देखते हुए इसी क्षेत्र में करियर बनाने की सोची ।
उन्होंने अपनी पढाई को जारी रखते हुए घरेलू क्रिकेट खेलना प्रारंभ किया, ओर अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत अंडर 15 से की । राहुल द्रविड़ ने अंडर 15, अंडर 17, अंडर 19 कर्नाटक राज्य की तरफ से खेला ।
राहुल द्रविड़ परिवार(Rahul Dravid Family)
राहुल द्रविड़ का जन्म एक मराठी परिवार में हुआ था, इनके पिता का नाम शरद द्रविड़ और माता का नाम पुष्पा द्रविड़ है। राहुल द्रविड़ के पिता जैम और अचार बनाने वाली कंपनी में काम करते थे, जिस वजह से इन्हें इनके जानने वाले प्यार से जैमी कहकर बुलाते थे। इनकी माँ बेंगलोर स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज की प्रोफेसर थी ।
राहुल द्रविड़ पत्नी औऱ बच्चे(Rahul Dravid Wife And Children)
राहुल द्रविड़ की शादी विजेता पेंढारकर के साथ 04 मई 2003 को हुई। विजेता पेंढारकर नागपुर स्थित सरगांव से है। इनके 2 बच्चे समित ओर अन्वय है ।
राहुल द्रविड़ करियर(Rahul Dravid Career))
वैसे तो राहुल द्रविड़ ने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत घरेलू क्रिकेट से कर दी थी जब वो कर्नाटक राज्य से खेलते थे, लेकिन उन्हें सन 1996 में अपने जीवन का पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका मिला, यहां से उनकी क्रिकेट की वास्तविक यात्रा शुरू होती है। राहुल द्रविड़ ने पहला एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच श्रीलंका के खिलाफ खेला। इस मैच में राहुल द्रविड़ को अनिल कुंबले की जगह खिलाया गया था, लेकिन अपने पहले अंतरास्ट्रीय मैच में राहुल द्रविव का प्रदर्शन अच्छा नही रहा इस मैच में वो मात्र तीन ही रन बना पाए ओर मुथैया मुरली धरण की गेंद का शिकार हो गए ।
राहुल द्रविड़ को फिर से दूसरे मैच में मौका दिया गया जो पाकिस्तान के खिलाफ खेला जाना था। इस मैच में भी राहुल द्रविड़ का प्रदर्शन कुछ खास नही रहा और वो महज 4 रन के स्कोर पर आउट हो गए । पहले कुछ मैचों की असफलता के बाद भी इन्हें अपने खेल पर पूरा भरोसा था, इसी भरोसे के चलते औऱ इनके पिछले 5 सालों के प्रदर्शन को देखते हुए इन्हें इंग्लैंड टेस्ट के लिए चयनित किया गया ।
संजय मांजरेकर की टखने की चोट के चलते राहुल द्रविड़ को इंग्लैण्ड टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में खेलने का मौका मिला। इस मैच में संजय मांजरेकर का दुर्भाग्य रहा कि वो मेडिकल टेस्ट में अनफिट निकले, जिसका पूरा फायदा राहुल द्रविड़ को मिला। द्रविड़ को तत्कालीन भारतीय क्रिकेट टीम के कोच संदीप पाटिल मैच शुरू होने के केवल 10 मिनट पहले सूचित किया की उन्हें आज ही अपने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करना है। इस मौके का द्रविड़ ने भरपूर फायदा उठाया और अपने पहले ही टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए 95 रनों की पारी खेली और फिर इसके बाद कभी भी पीछे मुड़कर नही देखा ।
सन 1996-97 में दक्षिण अफ्रीका दौरे पर राहुल द्रविड़ ने अपना पहला टेस्ट क्रिकेट शतक बनाया ओर एकदिवसीय मैच में ऊना पहला अर्धशतक पाकिस्तान के खिलाफ सहारा कप में लगाया ।
राहुल द्रविड़ को किस्मत से मिले इस मोके ने क्रिकेट विशेषज्ञों और क्रिकेट प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित किया । यहां पर राहुल द्रविड़ रुके नही, उन्हें दिन प्रतिदिन अनेक सफलताएं मिली। बाद में वो एक समय तक भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान भी रहे।
राहुल द्रविड़ ने अपने क्रिकेट करियर में अनेक सफलताएं हासिल की हैं, लेकिन के बार उन्हें बहुत सारी असफलताओ का भी सामना करना पड़ा है । आइये जानते हैं, कैसा रहा उनकी सफलताओं- असफलताओ का सफर ।
राहुल द्रविड़ क्रिकेट करियर में उतार-चढ़ाव
राहुल द्रविड़ टेस्ट करियर(Rahul Dravid test Career)
राहुल द्रविड़ ने विश्व टेस्ट एवं वनडे क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी है और कई लोगों के लिए प्रेरणास्रोत भी बने हैं, यही वजह है की आज दुनियाभर में उन्हें "दीवार"(The Wall) के नाम से जाना जाता है
राहुल द्रविड़ के क्रिकेट करियर की काफी उतार- चढ़ाव भरा रहा है, जहां एक ओर विदेशी जमीन पर उनके टेस्ट करियर शानदार शुरुआत हुई थी, वहीं आब बारी थी देश की जमीन पर भी उसी फॉर्म को जारी रखना । देशी जमीन पर उन्होंने अपना पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दिल्ली में खेला ।इस मैच में उन्हें छटवें पायदान पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला ओर उन्होंने 40 रन बनाकर अपनी पारी समाप्त की।
इसी साल अहमदाबाद में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले जा रहे घरेलू टेस्ट सीरीज के दौरान उन्हें तीसरे नम्बर पर बतौर बल्लेबाज़ खेलने का मौका मिला। इसी सीरीज़ के अगले मैच में द्रविड़ को बतौर सलामी बल्लेबाज़ उतरने का मौका मिला लेकिन फिर तीसरे मैच में फिर से उन्हें तीसरे पायदान पर धकेल दिया गया। इस सीरीज में उन्होंने अपनी तरफ से 175 रनों का योगदान दिया ओर 29.15 की औसत से बनाये गए इन 175 रनों को देखते हुए उन्हें उस समय सीरीज का तीसरा सबसे बेहतर भारतीय बल्लेबाज़ बताया गया।
राहुल द्रविड़ वनडे करियर(Rahul Dravid Oneday Career)
राहुल द्रविड़ टेस्ट क्रिकेट में अपनी पहचान बना चुके थे उन्हें एकदिवसीय क्रिकेट में भी अपनी पहचान बनाने की लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट मैं पहचान बनाना उनके लिए आसान नहीं रहा कई बार असफल है असफल होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और उन्हें खुद को साबित करने से मौका पेप्सी कब से मिला सीरीज के शुरुआती दो मैच मैंने 14 रन बना पाए और फिर से उन्हें बाकी बचे मैचों के लिए बेठा दिया गया।
इसके बाद टेक्साको ट्रॉफी जो इंग्लैंड के साथ खेली जानी थी, जसके लिए राहुल द्रविड़ को प्लेइंग 11 से बाहर रखा गया। लेकिन राहुल को इस सीरीज के तीसरे मैच में खेलने का मौका दिया गया जिसमे उन्होंने 15 गेंदों पर 22 रनों की नाबाद पारी खेली।
फिर उन्हें श्रीलंका में एकदिवसीय मैच खेलने का का मौका दिया गया, इसमे भी वो असफल रहे ओर श्रृंखला में मात्र 20 रन ही बना पाए। इतनी सारि असफलताओं के बाद राहुल को खुद को साबित करने का मौका पाकिस्तान के खिलाफ सहारा कप में दिया गया। सहारा में पांच मैचों की सीरीज थी जिसमे द्रविड़ का प्रदर्शन शानदार रहा उन्होंने 44.0 की औसत से इस सीरीज में 220 रन बनाये।
इसके बाद राहुल द्रविड़ ने वनडे क्रिकेट में भी रफ्तार पकड़ ली ओर फिर पीछे मुड़ कर नही देखा। हन्होंने कई मैचों में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ओर भारतीय बल्लेबाजों में सर्वाधिक रन बनाने वालो की सूची में तीसरे पायदान पर अपना नाम दर्ज किया।
विश्वकप में राहुल द्रविड़(1999 World Cup)
हर क्रिकेट खिलाड़ी का सपना होता है कि वह विश्व कप खेलें इसके लिए जीवन भर मेहनत करते हैं लेकिन विश्व कप खेलने का मौका सभी क्रिकेटरों को नहीं मिल पाता है इसके लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है लेकिन लगातार क्रिकेट खेलने का मौका मिल रहा था जिसमें में वे शानदार प्रदर्शन कर रहे थे, इसी वजह से 1999 के विश्वकप में राहुल द्रविड़ को खेलने का मौका मिला। विश्व कप में भारत का पहला मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ था। इस मैच में राहुल द्रविड़ ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए अर्द्धशतक बनाया। हालांकि भारत को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा।
दूसरा मैच जिंबाब्वे के विरुद्ध जिसमें राहुल द्रविड़ 13 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन लौट गए इस मैच में भी भारत को हार का सामना करना पड़ा था। अब भारत को अपने बचे हुए सारे मैच जीतने थे अगले मैच में राहुल ने सचिन के साथ एक शानदार पारी खेली जिसमें सचिन तेंदुलकर के साथ मिलकर कुल 237 रनों की साझेदारी की। इस बारे की बदौलत भारत मैच जीत गई विश्व कप के दौरान भारतीय विकेटकीपर नयन मोंगिया चोटिल हो गए अब राहुल द्रविड़ का विकेट कीपिंग की कमान सौंपी गई राहुल ने अपना सफल एकदिवसीय क्रिकेट एक विकेटकीपर के तौर पर श्रीलंका के खिलाफ खेला राहुल ने इस मैच में सौरभ गांगुली के साथ एक बेहतरीन साझेदारी करते हुए 318 रन का आंकड़ा पार किया।
हालांकि इस विश्वकप में भारत सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच पाया विश्वकप के बाद भारत ने दक्षिण अफ्रीका के साथ टेस्ट श्रृंखला खेली। जिसके बाद राहुल को उपकप्तान नियुक्त किया गया
राहुल द्रविड़ आईपीएल (Rahul Dravid IPL)
राहुल द्रविड़ ने 2012 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट और वनडे क्रिकेट से संन्यास ले लिया । आईपीएल में राहुल द्रविड़ को राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी का भार दिया गया, और वो 2013 तक आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की तरफ से खेलते रहे । 2013 आईपीएल के बाद उन्होंने टी-20 से भी सन्यास ले लिया ।
द्रविड़ ने अपने ipl में 89 मैचों की 82 पारियों में 2174 रन बनाए हैं जिसमें उनके 11 अर्धशतक और शतक कोई नहीं है द्रविड़ का सर्वाधिक ipl स्कोर 75 रन है जो उन्होंने 2008 में rcb की तरफ से खेलते हुए राजस्थान के खिलाफ जयपुर में बनाए थे अपने ipl करियर में द्रविड़ 5 नॉट आउट रहे हैं आईपीएल में राहुल ने 268 चौके और 28 छक्के लगाए हैं |
राहुल द्रविड़ रोचक तथ्य(Rahul Dravid fact)
- राहुल द्रविड़ भारतीय क्रिकेट मैं टेस्ट क्रिकेटर के रूप में जाना जाते है।
- राहुल द्रविड़ ने 164 टेस्टों की 286 पारियों में 52.70 की ओसत से 13228 रन बनाए।
- टेस्ट में राहुल के 36 शतक ओर 63 अर्धशतक हैं ।
- एकदिवसीय मैच में इनके कुल 10889 रन है जो इन्होंने 344 मैचों में बनाये हैं।
- एकदिवसीय मैच में द्रविड़ के 12 शतक और 83 अर्धशतक हैं ।
- राहुल ने टी20 में केवल एक ही मैच खेल है जिसमे उन्होंने 35 रन बनाये थे।
- राहुल ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की कप्तानी की।
- आईपीएल में कुल 89 मैच खेले जिसमे 11 अर्धशतकों के साथ 2174 रन बनाये ।
राहुल द्रविड़ पुरुस्कार ओर सम्मान(Rahul Dravid Awards)
- सन 1998 में अर्जुन पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
- सन 2000 में विसड़ेन क्रिकेटर ऑफ थे ईयर से सम्मानित किया गया ।
- सन 2004 में प्लेयर ऑफ दी ईयर से सम्मानित ।
- 2004 में पद्मश्री से सम्मानित।
- 20013 में पद्म-भूषण से सम्मानित।
राहुल द्रविड़ लेटेस्ट न्यूज़(Rahul Dravid latest News)
वर्तमान में भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री हैं जिनके मार्गदर्शन में टीम इंडिया ने काफी बड़े कीर्तिमान हासिल की है लेकिन अब उनके रिटायरमेंट का समय हो गया है, टी20T20 विश्व कप के बाद भारतीय क्रिकेट टीम राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में खेलेगी T20 वर्ल्ड कप के बाद न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत घरेलू सीरीज होनी है जिसका मार्गदर्शन राहुल द्रविड़ द्वारा मुख्य कोच की भूमिका में किया जाएगा।
बीसीसीआई के द्वारा राहुल द्रविड़ से काफी समय से बातचीत की जा रही थी लेकिन राहुल द्रविड़ ने इस पद को स्वीकार करने से इनकार किया था, हालांकि कुछ वक्त पहले UAE में एक मीटिंग हुई थी जिसके बाद राहुल ने हेड कोच के लिए अप्लाई किया और अब उन्हें टीम इंडिया का मुख्य कोच नियुक्त कर दिया गया है।
FAQ
Q: राहुल द्रविड़ का जन्म कब हुआ ?
Ans:- 11 जनवरी 1973।
Q:- राहुल द्रविड़ को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
And:- दीवार (The Wall)
Q: राहुल द्रविड़ ने अपना पहला मैच किसके खिलाफ खेला?
Ans:- श्रीलंका के खिलाफ 1996 में।
Q: राहुल द्रविड़ के कितने बच्चे हैं?
Ans:- राहुल द्रविड़ के 2 बच्चे समित ओर अन्वय है ।राहुल द्रविड़ की शादी विजेता पेंढारकर के साथ 04 मई 2003 को हुई।
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